देहरादून के साइबर क्राइम थाने द्वारा पिछले 10 दिनों में भारत भर से गिरफ्तार 08 लोगों को जेल भेजा गया..
देहरादून साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने देशभर में साइबर फ्रॉड से जुड़े राष्ट्रीय गिरोह के एक और क्रिमिनल को राजस्थान के भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया है.. गिरफ्तार अभियुक्त के गैंग द्वारा ऑनलाइन जॉब देने के नाम पर देहरादून के सहस्त्रधारा रोड़ निवासी व्यक्ति से तकरीबन 50 लाख रुपए की ठगी की गई थी.. साइबर पुलिस के अनुसार Sahastrdhara Road Dehradun निवासी शिकायतकर्ता को व्हाटसप के माध्यम से पार्ट टाईम जॉब के लिए एक मैसेज प्राप्त हुआ..इसके बाद शिकायतकर्ता द्वारा ऐप पर आवेदन करने के पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को कम्पनी का मैनेजर बताकर कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से 47,67,905/- रुपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गयी.. शिकायतकर्ता की शिकायत पर थाना राजपुर पर धारा 420, IPC 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था.. अभियोग की विवेचना के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि अभियुक्त गण द्वारा गैंग के रूप में कार्य कर फेक वैबसाईट बनाकर ऑन लाईन जॉब देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यो में धोखाधड़ी की जा रही है.इस सम्बन्ध में अन्य राज्यों से शिकायतों के लिंक भी प्राप्त हुए हैं..दर्ज मुकदमों में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही के लियर गठित टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण करने के बाद शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से ऑन लाईन जॉब देने के नाम पर वादी मुकदमा से धोखाधडी की गयी.ऐसे पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियोग में 01 अभियुक्तगण 1-अफजल मौहम्मद पुत्र छोटू मोहम्मद निवासी राजीव गांधी कच्ची बस्ती कय्युम आरा मशीन के पीछे, पुर भीलवाड़ा राजस्थान उम्र 26 वर्ष को गिरफ्तार किया गया..
इस केस में अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त एक चैक,आरसी,07 पास पोर्ट साइज फोटो, क्यूआर कोड गूगल – पे, ई-केवाईसी का प्रिन्ट आउट, ,02 मोबाईल हैण्डसेट मय 04 सिम कार्ड, 03 डेबिट कार्ड, आधार कार्ड व 1 अदद पेन कार्ड बरामद किये गये..
अपराध का तरीका –
गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाईट बनाकर सम्पूर्ण भारत में ऑनलाईन जॉब के लिए आवेदन करने वाले व्यक्तियों से सम्पर्क कर स्वंय को कम्पनी का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताकर आवेदन स्वीकार करने की बात कहते हुए आवेदन की फीस प्राप्त करते हैं. तत्पश्चात हैड ऑफ वैरिफिकेशन टीम बनकर वैरीफिकेशन कराने की बात कहते हुए वैरिफिकेशन की फीस प्राप्त करना इसी तरह कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करना व धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न फर्जी बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है. अभियुक्त द्वारा उक्त कार्य के लिए फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है..
गिरफ्तार आरोपी ने कबूल किया है कि वह अपने गैंग के सदस्य याकूब के लिए नए बैंक खाते खोलेगा और प्रत्येक खाते के लिए उसे 40 हजार रुपये का भुगतान किया जाता है.ऐसे में जब बैंक खातों का विश्लेषण किया गया तो पता चला कि 02 दिनों के भीतर 85 लाख रुपये का लेनदेन हुआ..
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम
1-अफजल मौहम्मद पुत्र छोटू मोहम्मद निवासी राजीव गांधी कच्ची बस्ती कय्युम आरा मशीन के पीछे, थाना पुर,भीलवाड़ा राजस्थान उम्र 26 वर्ष ।
बरामदगी-
1. मोबाईल फोन – 02
2. सिम कार्ड- 04
3. डेबिट कार्ड- 03
4. आधार कार्ड- 01
5. पेन कार्ड- 1
6. चैक – 01
7. पासपोर्ट साइज फोटो – 07, क्यूआर कोड गूगल – पे, ई-केवाईसी का प्रिन्ट आउट..