हरिद्वार:वसीयत की जमीन खरीद-फरोख्त के मामले में शिकायतकर्ता को मुकदमे का भय दिखाकर ₹50000 की रिश्वत लेने वाले चकबंदी लेखपाल को विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.विजिलेंस टीम ने रिश्वतखोर अभियुक्त लेखपाल विरेन्दर कुमार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद से ट्रैप कर शुक्रवार दोपहर लगभग 1:PM बजे शिकायतकर्ता से रिश्वत ग्रहण करते हुए स्वतंत्र गवाहो के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया हैं. अभियुक्त लेखपाल के खिलाफ रिश्वत लेने के सम्बन्ध में थाना सर्तकता अधिष्ठान,सैक्टर देहरादून में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) के तहत मुक़दमा पंजीकृत किया जा रहा हैं.
विजिलेंस के अनुसार शिकायतकर्ता-मोहम्मद यूसुफ पुत्र नूरहसन निवासी-ग्राम बोडाहेड़ी,रुड़की ने हैल्प लाईन नम्बर 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई.जिसमें बताया रांगड़वाला में वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को शिकायतकर्ता द्वारा खरीदफरोख्त कर अन्य को बेच दिया गया था. उक्त प्रकरण में आरोपी लेखपाल विरेन्दर कुमार पुत्र स्व-गंगादास, निवासी- मकान नं0-120, सिंधी वाली गली,थाना गंगनहर, मूल निवासी- ग्राम बनेड़ाजट, पो0- बनेड़ाजट,थाना बाबरी, जिला शामली, उ0प्र0 हाल तैनाती चकबंदी लेखपाल रांगड़वाला,मानुमास क्षेत्र धनौरी,चकबंदी कार्यालय बहादराबाद जिला हरिद्वार द्वारा शिकायतकर्ता को भय दिखा कर बताया कि उक्त संबंध में SDM कार्यालय हरिद्वार में वाद दर्ज है.इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को इस बात का भी भय दिखाया अब उनके खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराये जाने के आदेश भी पारित हो गए हैं.लेकिन शिकायतकर्ता अगर इन मुकदमेंबाजी से बचाने चाहते हैं तो इसके एवज में 1 लाख रूपये रिश्वत देनी होगी.ऐसे में मुकदमे के भय से बचने के लिए शिकायतकर्ता और घूसखोर चकबंदी लेखपाल के बीच 50 हजार रुपये रिश्वत की बात तय हो गई. उधर दूसरी तरफ शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों का संज्ञान लेते हुए जब विजिलेंस टीम ने गोपनीय रूप से जांच करायी तो प्रथम दृष्टया में आरोप सही पाये गये.इसके उपरांत त्वरित कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ट्रैप टीम ने 11 मई 2023 शुक्रवार दोपहर 1बजे अभियुक्त लेखपाल (चकबंदी) विरेन्दर कुमार को हरिद्वार बहादराबाद स्थित चकबंदी कार्यालय में शिकायतकर्ता से 50 हजार रिश्वत की रकम ग्रहण करते हुए स्वतंत्र गवाहो के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.