देहरादून: नामी बिल्डर सत्येंद्र उर्फ बाबा साहनी आत्महत्या मामलें में गिरफ्तार बहुचर्चित व्यापारी अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता को शनिवार सांय लगभग 4:00 बजे देहरादून कोर्ट में पेश किया गया,जहां से दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया हैं..इससे पहले कोर्ट में पेशी के दौरान हुई बहस में आरोपी पक्ष के अधिवक्ता अतुल सिंह पुंडीर ने बताया कि उन्होंने कोर्ट के समक्ष तर्क रखते हुए कहा कि उनके मुवक्किलों ने मृतक से पार्टनरशिप वाले निर्माणधीन कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के बारे में दिए गए अपने रुपयों का लेने-देने वाला हिसाब किताब मांगा था,जिसे उत्पीड़न या ब्लैकमेलिंग नहीं माना जा सकता.उधर अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता अतुल ने कोर्ट में बताया कि मृतक में अपने सुसाइड नोट में साफ तौर पर इस बात का जिक्र किया है कि दोनों आरोपी काफी समय से अलग-अलग तरह से दबावपूर्ण हथकंडे अपनाकर मानसिक और फाइनेंशली रूप में परेशान कर रहे थे.जिसके कारण हताश होकर मृतक ने आत्महत्या की. दोनों पक्षों की अधिवक्ताओं की दलील सुनने के बाद ACJM 3rd कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में सुद्धोवाला जेल भेजने का आदेश दिया.
जमानत की अर्जी में अगले 2 दिन में हो सकती है सुनवाई !
वहीं दूसरी तरफ बचाव पक्ष के अधिवक्ता अभिमांशु ध्यानी ने बताया कि जमानत की अर्जी ACJM 3rd कोर्ट में लगाई है,जिसमें कोर्ट ने संबंधित थाना राजपुर से रिपोर्ट मांगी हैं.ऐसे में अगले दो दिनों बाद यानी आगामी सोमवार सुनवाई होगी..
बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार 24 मई 2024 को देहरादून रेसकोर्स निवासी के नामी बिल्डर सत्येंद्र उर्फ बाबा साहनी ने पेसिफिक गोल्फ अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर की थी..आत्महत्या करने से पहले मृतक साहनी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत का कारण व्यापार जगत बड़े नाम अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता को बताया.. बरामद सुसाइड नोट में साफ तौर पर लिखा गया था कि आरोपियों ने बिल्डर बाबा साहनी को पार्टनरशिप वाले दो प्रोजेक्ट के लिए लगातार मानसिक रूप से उत्पीड़न कर तरह-तरह से फाइनेंशियल हरासमेंट कर ब्लैकमेलिंग का ताना-बाना बुना.इसी आरोप के तहत पुलिस ने मृतक के परिजनों की ओर से दर्ज कराए मुकदमें के तहत आरोपित अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता (जीजा-साला)को धारा 306 में गिरफ्तार किया..