उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के फर्जी संस्थान से BAMS की जाली डिग्री लेकर देहरादून में क्लीनिक चला रहे 4 झोलाछाप डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस प्रकरण में इससे पहले बीते 11 जनवरी 2023 को STF ने मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कॉलेज ऑफ स्टडीज में फर्जी डिग्री बनाने संचालक इमरान खान सहित देहरादून के रायपुर व प्रेम नगर में क्लीनिक चलाने वाले 2 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.हांलाकि इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड व मुजफ्फरनगर का हिस्ट्रीशीटर इमलाख खान फ़रार चल रहा हैं.जिसकी तलाश में पुलिस लुकआउट नोटिस के जरिए धरपकड में जुटी हुई हैं. इधर इस केस में ताजा कार्रवाई तहत दून पुलिस ने देहरादून के रायपुर इलाके में फर्जी बीएएमएस डिग्री से क्लिनिक चलाने वाले डॉ रोशन कुमार काला और उसके सगे भाई अजय कुमार काला सहित मनोज सिंह नेगी और डॉ अनुराग नौटियाल को गिरफ्तार किया. पुलिस के गिरफ्त में आए चारों फर्जी डॉक्टरों को शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
6.5 लाख में हासिल की फर्जी डिग्री
SIT के मुताबिक गिरफ्तार कर जेल भेजे गए डॉक्टरों से पूछताछ में पता चला कि इन्होंने मुजफ्फरनगर फर्जी संस्थान बाबा कॉलेज ऑफ स्टडीज संचालक इमलाख खान से 6 लाख 50 हज़ार में जाली BAMS की डिग्री हासिल की. अधिकांश पेमेंट केस में दी गई. हालांकि कुछ रकम ऑनलाइन द्वारा भी दी गई है..
गिरफ्तार फर्जी डॉक्टर के नाम
1-रोशन कुमार काला पुत्र गणेश प्रसाद काला, निवासी, मकान नंबर 147, लेन नंबर 6, रामनगर शिवलोक कॉलोनी, थाना रायपुर जनपद देहरादून.
2-अजय कुमार काला पुत्र गणेश प्रसाद पता उपरोक्त
3-मनोज सिंह नेगी पुत्र जयकृत सिंह नेगी, निवासी पुष्प विहार, अपर तुनवाला, थाना रायपुर, जनपद देहरादून.
3- अनुराग नौटियाल पुत्र शिव प्रसाद नौटियाल, निवासी न्यू कॉलोनी रांझावाला, थाना रायपुर, जनपद देहरादून.
उत्तराखंड भारतीय चिकित्सा परिषद भी जांच के घेरे में:SIT
एसपी क्राइम सर्वेश पंवार के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से संचालित होने वाले फर्जी बीएमएस डिग्री संस्थान बाबा कॉलेज ऑफ स्टडीज गिरोह के खिलाफ कार्रवाई में देहरादून नेहरू कॉलोनी स्थित भारतीय चिकित्सा परिषद (उत्तराखंड) को भी इन्वेस्टिगेशन में शामिल किया गया है.क्योंकि उत्तराखंड में चिन्हित किये 36 फ़र्जी डॉक्टरों की जाली BAMS की डिग्री इसी चिकित्सा परिषद में पंजीकृत हैं. एसपी सर्वेश कुमार के मुताबिक इस धरपकड में जांच के दौरान पता चला कि भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा इन डॉक्टरों के सत्यापन कार्रवाई के बाद पंजीकरण निरस्तीकरण करने और बेंगलुरू स्थित राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंस (कर्नाटका) से डिग्रियों के सत्यापन कराने पर आरोपित डॉक्टरों की डिग्रियां फर्जी पाई गई.इसी के आधार पर चारों फर्जी डॉक्टरों गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया हैं. गिरफ्तार डॉक्टरों के कब्जे से उनकी फर्जी BAMS डिग्री भी बरामद हुई है.
फर्जी डिग्री वाले कई डॉक्टरों सहित इमलाख की धरपकड तेज
एसपी क्राइम सर्वेश पंवार के मुताबिक फर्जी बीएएमएस डिग्री प्राप्त कर क्लीनिक चलाने वाले चिन्हित कई अन्य डॉक्टरों की तलाश भी SIT ने तेज कर दी हैं.जल्द ही साक्ष्य व सबूतों के आधार पर अन्य फर्जी डॉक्टरों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी. वहीं दूसरी ओर इन फर्जी डॉक्टरों को 6 लाख से 8 लाख में BAMS जाली डिग्री बनाने वाले फरार मास्टरमाइंड इमलाख खान की गिरफ्तारी को लेकर मुजफ्फरनगर सहित अन्य राज्यों के हिस्सों में दबिश जारी है. पुलिस की ओर से फरार अभियुक्त के खिलाफ लुकआउट नोटिस की कार्रवाई भी प्रचलित है.
बाइट- सर्वेश पंवार, एसपी क्राइम देहरादून