देहरादून:SOG पुलिस ने IPL मेचों में करोड़ों का सट्टा खिलाने वाले मुजफ्फरनगर (यूपी) के एक गैंग को नेहरू कॉलोनी सरस्वती विहार स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया हैं.पुलिस खुलासे के अनुसार बुकीज़ प्रतिदिन 5 से 6 लाख रुपये का आईपीएल ऑनलाइन सट्टा पिछले कुछ दिनों से सरस्वती विहार मकान मालिक से मिलकर बुकिंग कर रहे थे.अब तक IPL के 30 मेचों में यह करोडों का ऑनलाइन सट्टा बुक कर चुके हैं. पुलिस जांच पड़ताल में पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्तों में से योगेश नाम का युवक खुद ही अपने सरस्वती विहार घर में मुजफ्फरनगर निवासी नितिन और बबलू के साथ मिलकर IPL ऑनलाइन सट्टा चला रहा था. पुलिस के गिरफ्त में आये अभियुक्तों के कब्जे से 19 एटीएम कार्ड,12 मोबाइल फोन,04 चेक बुक, हजारों की नकदी,रजिस्टर और कई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बरामद किये गए है.
अलग-अलग शहरों में ठिकाने बदलकर ऑनलाइन सट्टे का धंधा
पुलिस पुलिस की जांच पड़ताल में इस बात की भी जानकारी सामने आई की गिरफ्तार बुकीज़ दिल्ली नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर मेरठ व देहरादून जैसे अलग-अलग शहरों में ठिकाने बदल बदल कर आईपीएल ऑनलाइन सट्टा संचालित करते हैं.ताकि पुलिस को चकमा देकर बचा जा सके.
सट्टे की बुकिंग और पैमेंट ऑनलाइन यूपीआई के माध्यम से
देहरादून एसपी सिटी सरिता डोभाल के मुताबिक मुखबिर तंत्र की सूचना के आधार पर जब SOG और थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने सरस्वती विहार स्थित मकान में दबिश दी तो तीन व्यक्ति मोबाइल पर मैच देख कर अलग-अलग मोबाइल के माध्यम से लोगों से संपर्क कर ऑनलाइन IPL सट्टा कर रहे थे.बुकीज़ इस पूरे धंधे का लेखा-जोखा रजिस्टर के माध्यम से व्यवस्थित करते पाए गए.जांच पड़ताल में इस बात की भी जानकारी सामने आई कि सट्टे में जीतने वाले को पेमेंट यूपीआई के माध्यम से और सट्टेबाजी में बुकिंग की धनराशि भी यूपीआई के माध्यम से बुकीज़ प्राप्त करते थे.
आईपीएल मैच में अलग-अलग तरह से होती है सट्टे की बैटिंग
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह लोग हैं 2 हजार ऑनलाइन प्रति माह के हिसाब से बैटिंग साइट में लाइन लेते हैं.इन लाइन पर मैच व रेट चलता रहता है.इसके बाद बुकीज़ सट्टा खेलने वाले लोगों से संपर्क कर उन्हें सट्टा लगाने के लिए उत्साहित करते हैं.सारा सट्टा फोन पर लगता हैं.सट्टा बुक होने पर सामने वाले को यह सुनिश्चित करना होता है कि 6 या 10,15 व 20 ओवर में कितने रन बनेंगे. यदि अंदाजा सही निकला तो उसको दुगने पैसे वापस मिलेंगे. पुलिस को पूछताछ में गिरफ्तार बुकिंज ने यह भी बताया कि ऑनलाइन साइट लाइन में अलग-अलग तरीके से सट्टे चलते हैं,जिसमें हार जीत की भी बैटिंग की जाती है.सट्टा लगाने वाले लोगों का लेखा-जोखा रजिस्टर और डायरी में रखा जाता हैं.सट्टा बुक करने का पैसा यूपीआई के माध्यम से लिया जाता हैं,और जीतने वाले को भी UPI के माध्यम से भुगतान दी जाती है. पुलिस की जांच में सट्टा खिलाने वालों के तीन अलग अलग बैंक अकाउंट का भी पता चला है. जिसकी छानबीन चल रही है.
गिरफ्तार अभियुक्त
1-योगेश कुमार पुत्र लीलापत निवासी न्यू D ब्लॉक सरस्वती विहार देहरादून.
2- नितिन पुत्र रामपाल सिंह निवासी कस्बा जानसठ मुजफ्फरनगर (यूपी).
3-बबलू पुत्र कैलाश निवासी मंदिर देवी किशरण कस्बा जानसठ मुजफ्फरनगर (यूपी).