देहरादून: उत्तराखंड में ड्रग्स तस्करी,नकल एंव भू-माफियाओं सहित अन्य तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल अपराधियों पर विगत वर्षों की तुलना पिछले 1 वर्ष में राज्य पुलिस ने कमर तोड़ कार्यवाही कर प्रभावी शिकंजा कसा हैं.पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बीते एक साल प्रदेशभर में 445 अपराधियों पर ठोस कार्रवाई कर उनकी 175 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति कुर्क की गई है.हालांकि ये कार्रवाई लगातार आगे भी जारी है.लेकिन गौर करने वाली सबसे अच्छी बात यह निकल कर सामने आयी हैं कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर अब उत्तराखंड में भी गंभीर किस्म के अपराधियों को आर्थिक रूप से कमजोर कर नेस्तनाबूद करने के कदम उठ रहे हैं.जो सराहनीय कदम है.जबकि राज्य गठन के 22 साल में पहले ऐसा सख़्त रवैया अपराधियों के खिलाफ उतना असरदार शायद ही नजर आया हो.
अब तक 80 नकल माफियाओं को सलाखों के पीछे भेज सख़्त कार्यवाही जारी:DGP
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अंतर्गत विगत 1 वर्ष में प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर धांधली करने वालों के खिलाफ लगातार प्रभावी कार्यवाही जारी है. विभिन्न परीक्षाओं में अब तक 80 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. इतना ही नहीं नकल माफियाओं पर गैंगस्टर एक्टर लगा उनकी अवैध रूप से अर्जित चल-अचल संपत्तियों को भी एक के बाद एक कर ज़ब्त(कुर्क) करने की कार्रवाई प्रचलित है.इसके अतिरिक्त होनहार बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नकल माफियाओं के विरूद्ध न्यायालय में भी अभियोजन पक्ष द्वारा सख्त पैरवी की जा रही है.ताकि आरोपियों के खिलाफ प्रभावी कानूनी शिकंजा बना रहे.
900 भू-माफियाओं सहित कई क़िस्म में अपराधियों पर एक साल में कड़ी कार्रवाई:DGP
डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार विगत 1 वर्ष में अपराध एवं कानून व्यवस्था के दृष्टिगत 900 से अधिक भूमाफियाओं पर कार्यवाही की गयी है.वही इस दरम्यान नौकरी लगाने, विदेश भेजने एवं चिट फंड आदि के नाम पर 200 से अधिक अभियुक्तों पर कार्यवाही की गयी है. जबकि मिशन नशा मुक्त देवभूमि 2025 के अन्तर्गत एक साल में 199 ड्रग माफियाओं को जेल भेजा गया है.कई सक्रिय ड्रग्स डीलरों की संपत्ति जब्त गई. वही दूसरी तरफ अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाए गए विशेष अभियान के तहत 538 ईनामी एवं वांछित अपराधियों को जेल भेजा गया है.पिछले एक साल में गुण्डा एक्ट के तहत 138 अभियुक्तों को भी जिला बदर किया गया है.