उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा कुछ दिन पहले एसटीएफ को निर्देश दिए थे कि राज्य में 50 ऐसे अपराधी जो अपराधिक गतिविधियों में लगातार सक्रिय चले आ रहे हैं,उनकी लिस्ट बनाकर,उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए.साथ ही ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित भी की जाए.ऐसे में इस निर्देश उपरांत STF एसएसपी आयुष अग्रवाल द्वारा सभी यूनिटों को एक कार्य योजना बनाकर सक्रिय अपराधियों की निगरानी में लगाया गया..इसी क्रम में उधम सिंह नगर के किच्छा क्षेत्र में सक्रिय दो अपराधिक गेंगो की गतिविधियों पर न सिर्फ पैनी निगरानी बढ़ाई गई,बल्कि 29 मार्च 2023 को एसटीएफ कुमायूँ युनिट और किच्छा कोतवाली पुलिस ने किच्छा क्षेत्रान्तर्गत हल्द्वानी बाईपास रोड स्थित काली मंदिर के पास एक मकान से चार शूटरों को समय रहते गिरफ्तार किया गया.जांच-पड़ताल में पता चला कि वर्चस्व बढ़ाने के मकसद से एक गैंग के शूटर दूसरे गैंग के लीडर को ठिकाने लगाने की फ़िराक में आये थे. ऐसे के एक बड़ी घटना से पहले गिरफ्तार किए गए इन शूटरों के कब्जे से भारी मात्रा में असलाह व गोला-बारुद बरामद किया गया है..
जानलेवा हमलें के बाद से दोनों गैंग लीडर में बढ़ी रंजिश..
STF के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में पता चला वह स्थानीय गैंग के लीडर गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया के लिए काम करते हैं.और यहां उसी के कहने पर हथियार लेकर इकट्ठा हुए थे.इतना ही नहीं गगनदीप द्वारा ही उन्हें यहाँ कराए का कमरा उपलब्ध कराया गया.गैंग का लीडर गगनदीप पूर्व में कई बार जेल जा चुका है.वर्तमान समय में गगनदीप सिंह की अपराध के क्षेत्र में वर्चस्व और व्यापार को लेकर दूसरे गैंग लीडर सिमरनजीत सिंह के साथ रंजिश चल रही है.क्योंकि दोनों के द्वारा स्थानीय स्तर पर अपने-अपने गैंग बनाए गए हैं.ऐसे में यह दोनों एक दूसरे को मारने की फिराक में रहते हैं.अभी कुछ दिन पहले ही सिमरन जीत ने गगनदीप के ऊपर गोली चलाई थी.हालांकि उस हमलें में गगनदीप बाल बाल बच गया था.ऐसे में इस जानलेवा रंजिश के चलते गगनदीप अपने शूटरों की मद्दत से सिमरनजीत सिंह को मारने की ज़िद्द में अड़ा हैं.. एसटीएफ को शूटर्स ने बताया कि इसी कारण गगनदीप ने उनको यहां किराए के मकान पर रुकवाया और सिमरन जीत को कहीं अकेले में देखकर उसकी हत्या करने की सुपारी दी.जानकारी मिली कि 23 मार्च की रात सिमरनजीत आर्शीवाद होटल किच्छा पर आने वाला था.यही उसकी हत्या को अंजाम देने का प्लान तैयार किया था.लेकिन घटना कारित से पहले ही STF ने चारों शूटरों को STF ने गिरफ्तार कर लिया.
सिमरनजीत के ठिकानों की रेकी कर हत्या के लिए शूटरों का दूसरा प्रयास:STF
एसटीएफ की पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार शूटरों को गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया ने सुनियोजित प्लान के तहत भाड़े में सिमरनदीप की हत्या के बुलाया था.इसके लिए 04 दिन पूर्व भी सिमरनदीप के ठिकाने की रेकी कर उसे मारने की योजना बनाई गई थी,लेकिन शूटर्स को सफलता नही मिली.
गिरफ्तार शूटर्स में राहुल का लंबा-चौड़ा संगीन अपराधिक इतिहास:STF
STF ने अनुसार गिरफ्तार शूटरों में से एक राहुल श्रीवास्तव का गैंगस्टर पीपी के राइट हैंण्ड भुप्पी बोरा से कनेक्शन में भी उसका नाम सामने आया है.राहुल भुप्पी बोरा के साथ एक्सटोरशन के केस में जेल जा चुका है. इतना ही नहीं गिरफ्तार अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव पूर्व में कई बार हत्या के प्रयास,रंगदारी आदि में जेल जा चुका है. उसके विरुद्ध जनपद नैनीताल, उधम सिंह नगर, दिल्ली कई स्थानों पर दर्जनभर मुक़दमे पंजीकृत है. पकड़े गए अभियुक्त राहुल श्रीवास्तव द्वारा बताया कि चार दिन पूर्व भी सिमरन के मिलने की सूचना थी,इसलिए सभी लोग गगनदीप के साथ उसे मारने गए थे.लेकिन ऐन वक्त पर सिमरन जीत वहाँ से निकल गया.STF के मुताबिक गिरफ्तार शूटर्स में अभियुक्त विपिन सिंह के खिला भी कई थानों में संगीन क़िस्म के मुक़दमे दर्ज हैं.
गिरफ्तार शूटर्स:
1.राहुल श्रीवास्तव पुत्र स्व- हरीश श्रीवास्तव, निवासी सितारगंज बिच्छी चौराहा वार्ड नं- 10,थाना सितारगंज,जनपद उधम सिंह नगर. उम्र 31 वर्ष.
2.विपिन ठाकुर पुत्र हतर सिंह, निवासी आवास विकास,वार्ड नं- 03 किच्छा,थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर. उम्र 21 वर्ष.
3.तौशिफ पुत्र शरीफ अहमद, निवासी हाथीबाग, वार्ड नं- 01 किच्छा,थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर. उम्र 19 वर्ष.
4.काशिफ पुत्र हफीज प्रधान, निवासी निकट बड़ी मस्जिद वार्ड नं-14 किच्छा,थाना किच्छा, जनपद उधम सिंह नगर. उम्र 29 वर्ष.
बरामद माल का विवरण-
01 पिस्टल, 03 तमंचे व 19 कारतूस.