बलवा,सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में वर्ष 1995 में दर्ज हुआ था अभियोग..
देहरादून: 1995 में दर्ज हुए एक मुकदमें में आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल होने के उपरांत 28 वर्षो से फरार चल रहे अभियुक्त को दून पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया हैं. अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर ₹10000 का इनाम घोषित था. उत्तरांचल वन विकास निगम में बलवा व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने जैसे मामलें लगभग 03 दशकों से फरार चल रहे अभियुक्त किशन सिंह चौहान को मुखबिर तंत्र की सूचना के आधार पर दून पुलिस ने नई टिहरी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार इस अपराध में शामिल अभियुक्त के 02 इनामी साथियों को डालनवाला पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है..
लंबे अर्से से अभियुक्त के फरार होने के कारण वर्ष 2011 कोर्ट ने किया भगोड़ा घोषित..
थाना डालनवाला पुलिस के अनुसार सन 1995 में उत्तरांचल वन विकास निगम द्वारा करीब 40 अस्थाई चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को कार्य से हटा दिया गया था,जिस कारण इन कर्मचारियों द्वारा कर्जन रोड स्थित वन निगम कार्यालय में लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा था.इसी बीच 24 जुलाई 1995 को तत्कालीन महाप्रबंधक उत्तरांचल वन निगम के एन सिंह द्वारा करीब 30 अस्थाई कर्मचारियों के विरुद्ध थाना डालनवाला पर मुकदमा अपराध संख्या -263 /95 ,धारा- 147 ,353 ,506, 342 आईपीसी पंजीकृत कराया था.इसके बाद केस की विवेचना के क्रम में 22-09-95 को आरोपपत्र संख्या -212/95 न्यायालय प्रेषित कर दिया गया था.लेकिन कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभियुक्त किशन सिंह चौहान पुत्र रमेश कुमार चौहान, उम्र-52 वर्ष, निवासी -ग्राम गोदड़ी, पोस्ट- गैरी राजपूत की, पट्टी- रेका, थाना-लमगांव, जनपद-टिहरी गढ़वाल कभी भी सुनवाई पर न्यायालय में उपस्थित नहीं हुआ. ऐसे में अदालत द्वारा 08-8-2011 को इनको मफ़रूर घोषित कर दिया गया था.अभियुक्त के लगातार फरार रहने पर एसएसपी देहरादून द्वारा अभियुक्त पर 10,000/ रुपए का इनाम घोषित किया गया था.वही इनामी अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए एसएसपी देहरादून द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में 22 मार्च 2024 को पुलिस टीम द्वारा 28 साल से फरार अभियुक्त किशन सिंह चौहान को मुखबिर की सूचना पर उसके नई टिहरी स्थित घर से गिरफ्तार किया गया..
गिरफ्तार अभियुक्त
किशन सिंह चौहान पुत्र रमेश कुमार चौहान, उम्र-52 वर्ष, निवासी -ग्राम गोदड़ी, थाना-लमगांव, जनपद-टिहरी गढ़वाल..