देहरादून: रायपुर पुलिस ने एक शातिर मुजरिम को गिरफ्तार किया है जो एक प्रॉपटी फर्जीवाड़े केस में डेड करोड़ की धोखाधड़ी कर पिछले 7 माह से फ़रार चल रहा था.PACL और PGF की भूमि को फर्जी मुख्तारनामा बनाकर 06 लोगों को जमीन बेचने वाले मुख्य अभियुक्त विक्रान्त चौरसिया को उसके सहयोगी अमित कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया हैं. पुलिस को प्राप्त शिकायत पत्र के मुताबिक पी.जी.एफ. के कर्मचारी सिकन्दर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह निवासी ग्राम गुजराडा जिला देहरादून के नाम का एक फर्जी व्यक्ति भू-माफियां अमित चौधरी, अंकित वर्मा, विजय कुमार सिंह, राजेश अग्रवाल और नदीम नाम के एक गिरोह का फर्जीवाड़ा सामने आया. दरसल पी.ए.सी.एल.एवं पी.जी.एफ. की स्वामित्व की भूमि जो कि आमवाला तरला सहस्त्रधारा रोड पर स्थित है.इस भूमि को खुर्द बुर्द कर इस भूमाफियां गिरोह द्वारा सिकन्दर नाम के व्यक्ति का फर्जी आधार कार्ड इस्तेमाल कर फर्जी एवं कूटरचित रजिस्ट्रीयों की जानकारी सामने आयी.इतना ही नहीं जांच पड़ताल में यह भी पता चला कि इन व्यक्तियों द्वारा एक सामूहिक गिरोह बनाकर पी.ए.सी.एल. एवं पी.जी.एफ. के स्वामित्व की भूमि को खुर्द बुर्द किया जा रहा है. इस सम्बन्ध में जांच पड़ताल के उपरांत पर्याप्त साक्ष्य व तथ्यों की सत्यता के उपरांत थाना रायपुर में धारा 420/467/468/471/120 बी IPC बनाम अमित कुमार सिंह आदि पर मुकदमा पंजीकृत किया गया.
सब-इंस्पेक्टर नवीन जोशी की विवेचना से हुआ पूरे गिरोह का खुलासा..
सब-इंस्पेक्टर नवीन जोशी के मुताबिक इस भूमि फर्जीवाड़ा केस की विवेचना में गवाहों के बयानों के बाद सम्बन्धित दस्तावेज प्राप्त कर पहले साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी. जिसमें पता चला कि पी.ए.सी.एल. एवं पी.जी.एफ. के स्वामित्व की भूमि के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय दिल्ली के द्वारा एक विशेष कमेटी गठित की गयी है.ऐसे में इस सम्बन्ध में निर्णय लेने के सभी अधिकार इस विशेष कमेटी को ही है. यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि इस कमेटी द्वारा किसी भी सिकन्दर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह के नाम कोई भी उक्त भूमि के सम्बन्ध में क्रय-विक्रय का अधिकार नही दिया गया है. विवेचना के दौरान पाया गया कि मुख्तारनामा में मुख्तारदाता सिकन्दर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह निवासी गुजराडा देहरादून का आधार कार्ड फर्जी पाया गया है. और इसके द्वारा अमित, अंकित वर्मा व विजय कुमार को पी0ए0सी0एल0 एवं पी0जी0एफ0 के स्वामित्व की भूमि का मुख्तारनामा किया गया है.इसमे विक्रान्त चौरसिया पुत्र राकेश चौरसिया व प्रकाश सिंह पुत्र हुसन चन्द गवाह है. इस आधार पर 23 अप्रैल 2019 का मुख्तारनामाआम भी सही नही है.ऐसे में विवेचना दौरान यह पाया गया कि अमित, अंकित वर्मा व विजय कुमार के द्वारा एक फर्जी सिकन्दर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह नाम के व्यक्ति को खडा करके कूटरचित आधार कार्ड के आधार पर गलत मुख्तारनामा आम किया गया है.वही इस मुख्तारनामाआम के आधार पर पी0एस0सी0एल0 एवं पी0जी0एफ0 के स्वामित्व की भूमि को क्रय किया गया है.ऐसे में साक्ष्य संकलन के आधार पर मुकदमा 02 मार्च 2023 को अभियुक्त विक्रान्त चौरसिया पुत्र राकेश चौरासिया निवासी 202 चक्खूवाला कोतवाली नगर देहरादून उम्र 34 वर्ष को गिरफ्तार किया गया.वही 17 मार्च 2023 को मुकदमा मुख्य आरोपी अमित कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी 168 दून विहार जाखन देहरादून उम्र 42 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त अमित कुमार विगत 07 माह से लगातार फरार चल रहा था.इस केस के विवेचना में धोखाधडी के कुल डेढ करोड से अधिक रूपये हडपने के आरोप की पुष्टि हुई है.
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगणः
1- विक्रान्त चौरसिया पुत्र राकेश चौरासिया निवासी 202 चक्खूवाला कोतवाली नगर देहरादून उम्र 34 वर्ष
2- अमित कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी 168 दून विहार जाखन देहरादून उम्र 42 वर्ष.