
मास्टरमाइंड दिलशाद का 05 वर्ष पूर्व लोन के सिलसिले में जनसेवा केन्द्र के मालिक से हुआ था परिचय.
घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त पुलिस मुठभेड में हुआ घायल
मुठभेड़ में घायल अभियुक्त शाहिल के विरुद्ध दिल्ली में हत्या और बिजनौर में लूट का अभियोग है पंजीकृत..
घटना को अंजाम देने के लिए कोतवाली नगर क्षेत्र से चोरी की गई स्कूटी के किया था इस्तेमाल..
लूट की घटना में अभियुक्तों को मिली थी केवल 70 हजार रू की नकदी, विवेचना में वादी द्वारा भी 70 हज़ार की नगदी लूटे जाने की करी थी पुष्टि..
देहरादून: रायपुर स्थित जन सेवा केंद्र में हुई लूट की घटना में शामिल तीन बदमाशों को देहरादून पुलिस ने रानीपोखरी जंगल में मुठभेड़ के दौरान यूपी बिजनौर निवासी मास्टरमाइंड सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है..पुलिस के अनुसार अभी इस लूटकांड में दो अन्य अभियुक्त फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीम में जुटी है.. मुठभेड़ की जवाबी कार्रवाई शाहिल को पैर और हाथ में गोली लगी.पुलिस ख़ुलासे के अनुसार साहिल के खिलाफ हत्या लूट जैसे कई मुकदमे पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं शाहिल ने 17 साल की उम्र में दिल्ली के जागीरपुर में मां-बेटी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था,जिसमें मां की मौत होगी और बेटी बच गई थी.
बाईट-अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून..




पुलिस के अनुसार 11 मार्च 2025 को वादी (शिकायतकर्ता)अरूण पाल द्वारा थाना रायपुर पर लिखित तहरीर दी गई कि उनका वाणी विहार भगत सिंह कालोनी में जनसेवा केन्द्र है,जहां से वह मनी ट्रांसफर का कार्य करते है.11मार्च 2025 को समय करीब 04ः00 बजे सांय 03 युवकों द्वारा उनकी जनसेवा केन्द्र पर आकर उनसे तमंचे की नोक पर लगभग 02 लाख 50 हजार रू लूट लिये.प्राप्त तहरीर के आधार पर तत्काल थाना रायपुर पर सम्बन्धित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया. विवेचना के दौरान वादी द्वारा भी घटना में लूटी गई रकम के 70 हज़ार ₹ होने की जानकारी दी गई थी.
दिनदहाड़े हुई लूट की घटना की गंभीरता के दृष्टिगत घटना के अनावरण और उसमें शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है.गठित टीमों द्वारा घटनास्थल व उसके आसपास आने जाने वाले मार्गाे पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए फुटेजो से प्राप्त संदिग्ध व्यक्तियो के हुलिए से मुखबिर तंत्र को अवगत कराते हुए उन्हें सक्रिय किया गया.साथ ही सर्विलांस के माध्यम से भी घटना में शामिल अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई, इसके अतिरिक्त पूर्व में लूट की घटनाओं में प्रकाश में आये अभियुक्तों तथा हाल में जेल से रिहा/जमानत पर छूटे अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करते हुए उनका भौतिक सत्यापन किया गया.
वही सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन तथा सर्विलांस के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम को उक्त घटना में बिजनौर के गिरोह के शामिल होने की जानकारी प्राप्त हुई.ऐसे में कुछ संदिग्ध मोबाइल नम्बर प्रकाश में आये, जिसके आधार पर पुलिस टीम द्वारा जनसेवा केन्द्र के मालिक के परिचित एक व्यक्ति दिलशाद पुत्र शफीक को आवश्यक पूछताछ हेतु चन्दन नगर क्षेत्र से हिरासत में लिया गया. सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने साथियों के माध्यम से उक्त लूट की घटना को अजांम देने की जानकारी दी गई तथा बताया कि उक्त घटना में शामिल 02 अन्य अभियुक्त (1) साहिल तथा (2) कामिल घटना में लूटे गये माल में से अपना हिस्सा लेने आज बिजनौर से देहरादून आने वाले है.उक्त सूचना पर अभियुक्तों की धर-पकड़ हेतु तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन कर सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में संदिग्ध अभियुक्तों की तलाश हेतु संघन चैकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिये गये. अभियुक्तों की तलाश के दौरान पुलिस टीम को दोनों अभियुक्तों के एक सफेद रंग की स्कूटी में ऋषिकेश से रानीपोखरी की ओर आने की जानकारी प्राप्त हुई,जिस पर रानीपोखरी पुलिस द्वारा वीरपुर मोड पर चैकिंग के दौरान ऋषिकेश से आ रही सफेद रंग की स्कूटी को रूकने का इशारा किया गया,तो उक्त स्कूटी सवार दोनो व्यक्ति पुलिस टीम देखकर स्कूटी वापस मोडकर ऋषिकेश की ओर भाग गये,जिनका पुलिस टीम द्वारा पीछा करने पर अभियुक्तों पुलिस से बचने के लिये मंशा देवी मन्दिर से पहले जंगल की ओर कच्चे रास्ते पर भागे, जहां थोडा आगे जाने के बाद स्कूटी पत्थरो पर फिसल गई.ऐसे में दोनों अभियुक्त जंगल की ओर भाग गये, जिनमें से 01 अभियुक्त द्वारा पुलिस टीम पर फायर कर दिया. पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में किये गये जवाबी फायर में 01 अभियुक्त साहिल पुत्र यूनूस, निवासी मौहल्ला सासनगंज, थाना चॉदपुर, जिला बिजनौर के पैर तथा हाथ में गोली लग गई.जबकि दूसरा अभियुक्त अधेंरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया.मुठभेड़ में घायल अभियुक्त को पुलिस द्वारा तत्काल उपचार हेतु जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया.वही दूसरे अभियुक्त की तलाश हेतु सर्च अभियान चलाते हुए अभियुक्त कामिल पुत्र कय्यूम, निवासी मौहल्ला शासनगंज, थाना चॉदपुर, जिला बिजनौर को घटना स्थल से कुछ दूरी पर जंगल से गिरफ्तार किया गया. मुठभेड में घायल अभियुक्त के कब्जे से पुलिस टीम को चोरी की 01 स्कूटी, 01 देशी तंमचा तथा 04 जिंदा व 02 खोखा कारतूस बरामद हुए.
वही पुलिस पूछताछ में घटना के मास्टर मांइड अभियुक्त दिलशाद द्वारा बताया गया कि वह वर्ष 2012 में देहरादून आया था.और तब से ही चन्दननगर में किराये पर रहकर खाने पीने का होटल चला रहा है. 05 वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात वादी अरूण पाल के भाई मंजीत से हुई थी,जिसके द्वारा उसे 03 लाख रू का लोन दिलाने की बात कही थी.ऐसे में लोन के सिलसिले में अक्सर उसका मंजीत के जनसेवा केन्द्र में आना-जाना लगा रहता था. अभियुक्त साहिल और दिलशाद एक ही गावं के रहने वाले हैं,और पूर्व से एक दूसरे के परिचित हैं.अभियुक्त दिलशाद को जानकारी थी कि मंजीत का लेन-देन का अच्छा कारोबार है.और उसके जनसेवा केन्द्र में काफी नकदी रहती है. जिस पर दिलशाद द्वारा साहिल के साथ मिलकर मंजीत के जनसेवा केन्द्र में लूट की योजना बनाई तथा उक्त योजना के सम्बंध में साहिल ने अपने चाचा कामिल को बताया.चूंकि साहिल के विरूद्ध दिल्ली में भी हत्या का अभियोग पंजीकृत था.और उक्त अभियोग में वह अक्सर दिल्ली कोर्ट में पेशी पर आया-जाया करता था. इस दौरान कोर्ट में उसकी पहचान जहांगीरपुरी निवासी 02 अभियुक्तों मोहित तथा राहुल से हुई,जो अन्य अपराधों में पेशी पर कोर्ट में आते थे.अपनी इस योजना के सम्बन्ध में अभियुक्त साहिल द्वारा मोहित तथा राहुल को बताया तथा उन्हें भी जनसेवा केन्द्र में मोटा पैसा मिलने की बात बताते हुए अपने साथ योजना में शामिल कर लिया.योजना के मुताबिक दिनांक 11-03-2025 को साहिल बिजनौर से और अभियुक्त मोहित तथा राहुल दिल्ली से आईएसबीटी देहरादून पहुंचे, जहाँ उनकी मुलाकात दिलशाद से हुई. आईएसबीटी से दिलशाद, मोहित को अपने साथ रेलवे स्टेशन तक लेकर आया,जहां मोहित द्वारा रेलवे स्टेशन के पास से ही घटना को अजांम देने के लिये 01 स्कूटी चोरी की तथा दोनो अभियुक्त अलग-अलग स्कूटियों से भगत सिंह कालोनी के पास पुल पर पहुंचे, जहां साहिल और राहुल उनका इंतजार कर रहे थे.उसके पश्चात अभियुक्त दिलशाद तीनों को मंजीत के जनसेवा केन्द्र की जानकारी देकर मौके से चला गया तथा तीनो अभियुक्तों द्वारा जनसेवा केन्द्र में जाकर मंजीत के भाई अरूण के साथ तंमचे की नोक पर लूट की घटना को अजांम दिया तथा मौके से अलग-अलग फरार हो गये. घटना में मिली 70 हजार रू की नकदी को अभियुक्तों द्वारा आपस में बांट लिया था,और अभियुक्त साहिल का हिस्सा दिलशाद के पास छोड दिया था.अभियुक्त कामिल को उक्त पूरी घटना की जानकारी थी तथा वह घटना के संबंध में किसी को न बताने के एवज में अपना हिस्सा लेने साहिल के साथ देहरादून आ रहा था,लेकिन पुलिस द्वारा मुठभेड के दौरान दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर प्रकाश में आये 02 अन्य अभियुक्तों राहुल और मोहित की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमों को गैर प्रान्त रवाना किया गया है.पुलिस जांच-पड़ताल के पता चला कि मुठभेड़ में घायल अभियुक्त साहिल के विरुद्ध दिल्ली में हत्या तथा बिजनौर में लूट के अभियोग पंजीकृत होना प्रकाश में आया है,जिसके संबंध में जानकारी की जा रही है.
गिरफ्तार अभियुक्त:-
1- साहिल पुत्र यूनूस, निवासी मौहल्ला सासनगंज, थाना चॉदपुर, जिला बिजनौर, उम्र 22 वर्ष..(घायल).
2- मो0 दिलशाद पुत्र शफीक अहमद, निवासी ग्राम मसीद चॉदपुर, जिला बिजनौर, हाल पता- 110, चन्दननगर, थाना कोतवाली नगर देहरादून, उम्र 26 वर्ष.
3- कामिल पुत्र कय्यूम, निवासी मौहल्ला सासनगंज, थाना चॉदपुर, जिला बिजनौर, उम्र 50 वर्ष.
वांटेड अभियुक्त :-
1- मोहित निवासी जहांगीरपुरी, दिल्ली
2- राहुल निवासी जहांगीरपुरी, दिल्ली
आपराधिक इतिहास :-
अभियुक्त साहिल पुत्र यूनुस :-
1- मु0अ0सं0: 395/21 धारा: 379, 411 भादवि, थाना चांदपुर, बिजनौर
2- मु0अ0सं0: 302/20 धारा: 302, 307, 34 भादवि तथा 25/27 आर्म्स एक्ट थाना मानसरोवर, दिल्ली
अभियुक्त कामिल पुत्र कयूम
1- मु0अ0सं0: 302/20 धारा: 302, 307, 34 भादवि तथा 25/27 आर्म्स एक्ट, थाना मानसरोवर, दिल्ली
बरामदगी :-
(1)- 25 हजार रू0 नकद,
(2)- 315 बोर, देशी तंमचा,
(3)- 04 जिंदा कारतूस, 02 खोखा कारतूस
(4)- चोरी की स्कूटी संख्या यू0के0 07-बीई- 9706